शुद्ध शून्य उत्सर्जन के लिए मध्य शताब्दी का लक्ष्य अपर्याप्त

  • 24 जुलाई, 2021 को जी-20 जलवायु बैठक के समापन पर, भारत ने कहा कि विकासशील देशों के आर्थिक विकास के अधिकारों पर विचार करने पर कुछ देशों द्वारा मध्य शताब्दी तक शुद्ध शून्य ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन या श्कार्बन तटस्थताश् हासिल करने का संकल्प अपर्याप्त पाया गया है।
  • शुद्ध-शून्य उत्सर्जनः नेट जीरो या शुद्ध-शून्य उत्सर्जन एक ऐसी स्थिति को संदर्भित करता है, जहां कोई देश वायुमंडल से कम से कम उतना कार्बन डाइऑक्साइड हटाने में सक्षम होता है जितना वह उत्सर्जित कर रहा होता है।
  • यह वन आवरण बढ़ाकर या कार्बन जब्ती (carbon capture) जैसी तकनीकों के माध्यम से हासिल किया जा ....
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