‘मिल्की वे’ के केंद्र में दुर्लभ विस्फ़ोट के अवशेष

खगोलविदों ने हमारी आकाशगंगा (मिल्की वे) में हाल ही में असामान्य तरह के तारकीय विस्फोट का पहला उदाहरण पाया है। नासा के चंद्रा एक्स-रे ऑब्जर्वेटरी के द्वारा यह खोज की गई है।

मुख्य बिंदु

मिल्की वे के केंद्र के पास यह सुपरनोवा अवशेष मिला है, जिसे ‘सैजीटेरस ए ईस्ट’ कहा जाता है। सैजीटेरस ए ईस्ट, हमारी आकाशगंगा के केंद्र में स्थति अति वृहद् ब्लैक होल, सैजीटेरस A के बहुत करीब स्थित है।

  • चंद्रा एक्स-रे ऑब्जर्वेटरी के डेटा के आधार पर, खगोलविदों ने इसे एक बड़े तारे के अवशेष के रूप में वर्गीकृत किया है।
  • अब खगोलविदों की एक टीम ने निष्कर्ष निकाला ....
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