ला-निना एवं मौसमी प्रभाव

  • हाल ही में विश्व मौसम संगठन (World Meteorological Organization – WMO)द्वारा जारी नवीनतम वैश्विक मौसमी आकड़ों के अनुसार मध्य और पूर्वी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में ला-निना (La Nina) मौसमी परिघटना की वापसी हुई है।

प्रमुख बिन्दु

  • इससे पहले अंतिम बार मजबूत ला निना की घटना 2010-2011 में उत्पन्न हुई थी, जबकि 2011-2012 में यह मध्यम स्तर का रिकॉर्ड किया गया था।
  • इस घटना के चलते दुनिया के कई हिस्सों में तापमान, वर्षा और चक्रवातों के प्रतिरूपों में परिवर्तन हो सकता हैं।
  • ला-निना के परिणामस्वरूप सागरीय सतह के तापमान में औसत से 2-3 डिग्री सेल्सियस तक की कमी आ सकती है।
  • वैज्ञानिकों ....
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