ग्रेटर मालदीव रिज का विवर्तनिक विकास

हाल ही में मुंबई स्थित भारतीय भू-चुंबकत्व संस्थान के शोधकर्ताओं ने ग्रेटर मालदीव रिज (GMR) के विवर्तनिक विकास का पता लगाया है। ग्रेटर मालदीव रिज (जीएमआर) भारत के दक्षिण-पश्चिम (पश्चिमी हिंद महासागर) में स्थित है तथा इस क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूगतिकीय (जियोडायनैमिक) विशेषताएं हैं|

अध्ययन के मुख्य निष्कर्ष

  • मोहोरोविसिक असंबद्धता, मालदीव रिज (एमआर) खंड पर गहरी है। ‘मोहोरोविसिक असंबद्धता’ (Mohorovicic Discontinuity), या ‘मोहो’ (Moho) क्रस्ट और मेंटल के बीच की सीमा होती है।
  • मालदीव रिज संभवतः प्रकृति में समुद्री (oceanic) हो सकती है| इसकी अंडरप्लेटेड सामग्री (underplated materials) रीयूनियन हॉटस्पॉट ज्वालामुखी से सम्बद्ध हो सकती है|
  • मालदीव रिज का गठन मध्य-महासागरीय ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।

नियमित स्तंभ