लघु वित्तीय योजनाएं एवं एनपीए

वर्ष 2016 से मार्च 2019 तक 17 लाख करोड़ रुपये के ऋणों की पहचान एनपीए के रूप में की गई और इनमें से 80 प्रतिशत ऋण सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के पास हैं। आर्थिक विकास को एनपीए नकारात्मक रूप से प्रभावित कर रहा है।

बजट 2018-19 पेश करने के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि मार्च 2017 में कुल एनपीए में लघु वित्तीय योजनाओं को दिये गए ऋण राशि का योगदान लगभग 7 प्रतिशत था, जबकि मार्च 2018 में एनपीए में लघु वित्तीय योजनाओं की भागीदारी बढ़कर लगभग 9.3 प्रतिशत थी।

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