द्विपक्षीय निवेश संधि- परिवर्तनशील नीतिगत परिदृश्य

भारत के तीव्र आर्थिक विकास के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश संबंधी नियमों को निवेशक तथा भारत के हितों के अनुकूल बनाना चुनौतीपूर्ण है।

वैश्विक स्तर पर सभी देश, अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (Foreign Direct Investment - FDI) प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं और द्विपक्षीय निवेश संधियों (Bilateral Investment Treaties - BIT) पर जोर दिया जा रहा है। इस प्रकार की द्विपक्षीय निवेश संधियों का मुख्य उद्देश्य विदेशी निवेशकों द्वारा किए गए निवेश की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। विदेशी निवेशक सामान्यतः निवेश प्राप्तकर्ता देश में अपने निवेश मूल्य ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।
आलेख