सहभागी शासन : सुशासन का उच्चतर स्तर - (डॉ. विवेक कुमार उपाध्याय)

“केवल सुशासन पर्याप्त नहीं है; इसमें जनभागीदारी और सक्रियता आवश्यक है। इसीलिए जनभागीदारी को विकास प्रक्रिया के केन्द्र में रखा जा रहा है”। (नरेन्द्र मोदी)

सहभागी शासन ऐसी प्रणाली है जो नीति निर्माण तथा निगरानी की प्रक्रिया में लोगों को जोड़कर शासन के लोकतांत्रीकरण को प्रोत्साहित करती है। यह लोक-संवाद, वार्ता तथा मतदान के माध्यम से विशिष्ट निर्णयों तथा नीतियों को निर्धारित करने में प्रत्येक व्यक्ति को समान अवसर प्रदान करती है। सहभागी शासन मानवता के विकास के क्रम में सामाजीकरण का स्वाभाविक चरण रहा है। संगठित होने के क्रम में मानव ने सहभागी शासन का ही सहारा लिया। धीरे-धीरे सत्ता ....

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