भारत में जैव विविधता संरक्षण

जलवायु परिवर्तन व मानवीय गतिविधियों के कारण भारत की जैव-विविधता

कई स्थानों पर बिगड़ चूकी है। हालांकि, आर्थिक विकास के लिए जैव-संसाधनों के उपयोग
और पारिस्थितिक तंत्र के संरक्षण के बीच सामंजस्य बिठाना चुनौतीपूर्ण है।

भारत उन कुछ देशों में से एक है जहां वनों का अस्तित्व बढ़ रहा है और जंगल वन्यजीवों से परिपूर्ण हैं। भारत दुनिया के भौगोलिक क्षेत्र का केवल 2.4% है लेकिन यहां विश्व की वनस्पतियों और जीव प्रजातियों का लगभग 8% भाग पाया जाता है।

  • जैव विविधता सम्मेलन (Convention on Biological Diversity - CBD) में भारत की छठी राष्ट्रीय रिपोर्ट (NR6), द्वारा 12 ....

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