Question : अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय।
(2006)
Answer : अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय की स्थापना 18 अप्रैल, 1946 को की गयी। यह संयुक्त राष्ट्र संघ का मुख्य अंग है। संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य वस्तुतः न्यायालय के सदस्य होते हैं। आयोग का मुख्यालय हेग में है, लेकिन जब कभी इच्छा हो तो यह कहीं और भी बैठक कर सकते हैं। अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीशों का कार्यकाल 9 वर्ष है तथा हर 3 वर्ष के बाद 5 न्यायाधीश सेवा निवृत हो जाते हैं। (इस न्यायालय में कुल 15 न्यायाधीश होते हैं।) न्यायालय अपना अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष 3 वर्ष के लिए निर्वाचित करता है।
दोनों ही दुबारा चुनाव लड़ सकते हैं। अध्यक्ष को विशिष्ट वार्षिक भत्ता दिया जाता है। न्यायाधीशों के वेतन, भत्ते तथा मुआवजे महासभा द्वारा निर्धारित किए जाते हैं। न्यायालय सभी निर्णय बहुमत से लेता है। बराबर मत पर अध्यक्ष का मत लिया जाता है। न्यायालय के सामने लाये गए प्रश्नों पर उपस्थित न्यायाधीशों के बहुमत द्वारा निर्णय होता है (कम से कम नौ सदस्य उपस्थित रहने चाहिए।) सन् 1946 से अब तक अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने अनेक अंतर्राष्ट्रीय विवादों पर 71 निर्णय दिए हैं। न्यायालय के निर्णय के विरूद्ध कोई अपील नहीं की जा सकती। विशिष्ट परिस्थिति में न्यायालय अपने निर्णय पर पुनर्विचार कर सकता है। न्यायालय की भाषा फ्रेंच तथा अंग्रेजी है। अन्य भाषाओं का भी अधिकृत रूप में प्रयोग किया जा सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय का क्षेत्राधिकार विस्तृत है। इसके क्षेत्रधिकार तीन तरह के हैं-