Question : सामूहिक सुरक्षा की एक सु-स्थापित व्यवस्था विश्व-शांति की गारंटी है। स्पष्ट कीजिए।
(2006)
Answer : अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में शांति स्थापित करने और आक्रमण का निवारण करने की एक युक्ति के रूप में सामूहिक सुरक्षा की अवधारणा का विशिष्ट महत्व है। यह अवधारणा अंतर्राष्ट्रीय संगठन और निरस्त्रीकरण के दृष्टिकोणों से जुड़ी हुई है। इस प्रकार अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति में राष्ट्रों को सुरक्षा प्रदान करने वाली अवधारणा को ‘सामूहिक सुरक्षा की अवधारणा’ के नाम से पुकारा जाता है। सामूहिक सुरक्षा विश्व शांति को कायम रखने तथा युद्ध का प्रतिकार करने का तरीका है। सामूहिक सुरक्षा के अंतर्गत विभिन्न राष्ट्र सामूहिक रूप से मिलकर किसी संभावित आक्रमण का विरोध करने के लिए कृत संकल्प हो जाते हैं। आधार के रूप में यह मान्यता कार्य करती है कि उनमें किसी राष्ट्र के ऊपर होने वाला आक्रमण सभी राष्ट्रों पर किया गया आक्रमण समझा जाएगा और सामूहिक रूप से सभी राष्ट्र संगठित होकर उस आक्रमण का मुकाबला करेंगे। सामूहिक सुरक्षा की इस व्यवस्था को संरक्षक एवं विश्व शांति का अभिवर्धक माना जाता है।
सामूहिक सुरक्षा सिद्धान्त की मान्यता है कि किसी भी समय संसार में शक्ति का वितरण इस प्रकार होता है, जिसमें अधिकांश शक्ति उन लोगों के हाथों में केंद्रित होती है, जो विश्व शांति व व्यवस्था को कायम रखना चाहते हैं। इसलिए इस व्यवस्था के अंतर्गत संसार की शांति भंग करने का कोई भी आक्रमणकारी साहस नहीं करेगा। यदि कोई भी राष्ट्र किसी अन्य राष्ट्र पर आक्रमण करेगा, तो बाकी सभी राष्ट्र मिलकर उस आक्रमणकारी राष्ट्र का मुकाबला करेंगे।
सामूहिक सुरक्षा व्यवस्था के विरूद्ध आक्रमण रोकने अथवा उसके विरूद्ध प्रतिक्रिया करने के लिए किए गए संयुक्त कार्यों का यन्त्र कहा है। युद्ध को रोकने तथा अंतर्राष्ट्रीय शांति की अभिवृद्धि के प्रभावी साधन के रूप में सामूहिक सुरक्षा का सिद्धान्त कुछ सैद्धान्तिक मान्यताओं पर आधारित है। एक सबके लिए व सब एक के लिए सामूहिक सुरक्षा का मूल मंत्र है।