भारत में मृदा स्वास्थ्य

जुलाई 2024 में मोरक्को में अंतर्राष्ट्रीय मृदा सम्मेलन में, यूनेस्को ने विश्व मृदा स्वास्थ्य सूचकांक (World Soil Health Index) स्थापित करने की प्रतिबद्धता जताई।

सूचकांक के प्रमुख उद्देश्य

  • मृदा गुणवत्ता का मानकीकृत आकलन।
  • क्षरण प्रवृत्तियों और जोखिम क्षेत्रों की पहचान।
  • स्थायी मृदा और परिदृश्य प्रबंधन के लिए समर्थन।
  • यूनेस्को के बायोस्फीयर रिजर्व कार्यक्रम के तहत 10 प्राकृतिक स्थलों पर पायलट कार्यक्रम।

वैश्विक मृदा क्षरण

  • 75% वैश्विक मृदा क्षतिग्रस्त, जिससे 3.2 अरब लोग प्रभावित।
  • 2050 तक, 90% मृदा का क्षरण संभावित (World Atlas of Desertification)।

भारत में मृदा क्षरण

  • 96.4 मिलियन हेक्टेयर (कुल भूमि का 29.32%) क्षतिग्रस्त (ISRO, 2021)।
  • मुख्य कारण: वनों की ....
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