​अगली पीढ़ी का प्रक्षेपण यान (NGLV)

18 सितंबर, 2024 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अगली पीढ़ी के प्रक्षेपण यान (NGLV) के विकास को मंजूरी दी , जो भारत के भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा ।

NGLV के बारे में

  • उन्नत पेलोड क्षमता: वर्तमान सीमा से 3 गुना अधिक।
  • पुन: प्रयोज्यता: पुन: प्रयोज्य प्रथम चरण के माध्यम से लागत में कमी लाना।
  • पेलोड क्षमता: निम्न पृथ्वी कक्षा (LEO) तक 30 टन ।
  • विकास समयरेखा: 8 वर्षों में तीन परीक्षण उड़ानें (डी1, डी2, डी3 )।
  • कुल बजट: 8240 करोड़ ....
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