​रुपये का अंतरराष्ट्रीयकरण

जनवरी 2025 में, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA), 1999 में संशोधन किया, जिससे अंतरराष्ट्रीय लेन-देन में भारतीय रुपये (INR) के उपयोग को बढ़ावा मिला।

प्रमुख संशोधन

  • गैर-निवासी अब अधिकृत डीलर (AD) बैंकों की विदेशी शाखाओं में INR खाते खोल सकते हैं और भारतीय निवासियों के साथ स्वीकृत लेन-देन कर सकते हैं।
  • गैर-निवासी अब अन्य गैर-निवासियों के साथ निम्नलिखित खातों के माध्यम से लेन-देन कर सकते हैं:
    • विशेष गैर-निवासी रुपया (SNRR) खाता
    • विशेष रुपया वोस्ट्रो खाता (SVRA)
  • निर्यातक अब व्यापार निपटान के लिए विदेशी मुद्रा खाते विदेशों में रख सकते हैं।

रुपये के अंतरराष्ट्रीयकरण का महत्व ....

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