निजी क्षेत्र की अन्तरिक्ष गतिविधियों मे भागीदारी

25 जून, 2020 को कैबिनेट ने ग्रहों की खोज मिशन सहित अंतरिक्ष गतिविधियों की पूरी श्रृंखला में निजी क्षेत्र की भागीदारी को मंजूरी प्रदान की। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख के- सिवन ने कहा कि निजी क्षेत्र को रॉकेट के निर्माण, उपग्रह और प्रक्षेपण सेवाएं प्रदान करने जैसी अंतरिक्ष गतिविधियों का संचालन करने की अनुमति दी जाएगी।

  • इसके साथ ही निजी क्षेत्र भी इसरो के अंतर-ग्रहीय मिशनों का हिस्सा हो सकता है। इसरो अपनी तकनीकी विशेषज्ञता के साथ-साथ सुविधाओं को भी साझा करेगा। इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र (IN-SPACe) नामक निकाय का गठन भी किया ....
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