रिजर्व बैंक द्वारा बैंकों को लीवरेज अनुपात में छूट

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा लीवरेज अनुपात (Leverage Ratio) में छूट प्रदान की गई है ताकि बैंक अपनी ऋण गतिविधियों को विस्तारित कर सकें।

  • लीवरेज अनुपात वैश्विक वित्तीय संकट के अंतर्निहित कारणों में से एक था। यह वित्तीय संकट बैंकिंग प्रणालियों तुलनपत्र और तुलन पत्र से इतर अतिशय लीवरेज के कारण उत्पन्न हुआ था।
  • 2010 में बेसल 3 के अंतर्गत एक सरल पारदर्शी गैर-जोिखम आधारित लीवरेज अनुपात को प्रारम्भ किया गया, जिसके माध्यम से बैंकों के ऋण स्तर को दर्शाया जाता है।
  • बैंकों को 1 अप्रैल, 2015 से बेसल 3 लीवरेज अनुपात को सार्वजनिक रूप से दर्शाना अनिवार्य है।
  • बेसल III लीवरेज अनुपात को पूंजी ....
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