एक राष्ट्र, एक चुनाव

एक राष्ट्र, एक चुनाव का विचार एक ऐसी प्रणाली की परिकल्पना करता है जहां सभी राज्य विधानसभाओं और लोकसभा के चुनाव एक साथ होते है। इसमें भारतीय चुनाव चक्र का पुनर्गठन इस तरह से किया जाता है कि सभी राज्यों और केंद्र के चुनाव एक साथ होते है।

एक राष्ट्र, एक चुनाव का इतिहास

भारत में एक साथ चुनाव कराने की परंपरा वर्ष 1967 के आम चुनाव तक जारी रही। 1968 में कुछ राज्य विधानसभाओं के समय से पहले भंग होने के कारण यह परंपरा बाधित हो गई। 1967 के बाद से ही लोकसभा और सभी राज्य विधानसभाओं के चुनाव ....

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