स्थानीय स्वशासन से संबंधित मुद्दे

राजस्व के स्रोतों की कमी

ग्राम पंचायतों को संवैधानिक दर्जा प्रदान किया गया है परन्तु इनके राजस्व के स्रोत सीमित है। पंचायतों के आय का मुख्य स्रोत गाँव के बाजारों तथा मेलों पर लगाया जाने वाला कर, पशु तथा वाहनों पर लगाया जाने वाला कर, संबंधित क्षेत्र के तालाबों में मत्स्य पालन से होने वाली आय, पशुओं की रजिस्ट्रेशन फीस, नालियों, सड़कों की सफाई तथा रोशनी के लिये लिया जाने वाला कर आदि है। लेकिन इन राजस्व के स्रोतों की वसूली भी बहुत ही अनियमित है।

  • अतः पंचायतों को अनुच्छेद 270 के अनुसार केंद्रीय वित्त आयोग की सिफारिश के आधार ....
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