​पर्पेटुअल बांड

  • हाल ही में, भारत का पहला 'अतिरिक्त टियर I (AT-1)' 'पर्पेटुअल बांड' (Perpetual bond) जारी किया गया है।
  • 'पर्पेटुअल बांड' धन जुटाने के प्रमुख साधन हैं, इनकी कोई भी परिपक्वता तिथि निश्चित नहीं होती है, जैसा कि सामान्य बांड में आमतौर पर होता है।
  • इसके बजाय, वे अपने खरीदारों को एक निश्चित तिथि पर स्थायी रूप से कूपन या ब्याज का भुगतान करने की पेशकश करते हैं।
  • निवेशक बॉन्ड को भुनाने का निर्णय लिए जाने पर अथवा द्वितीयक बाजार में बांड बेचकर मूलधन वापस प्राप्त कर सकते हैं।
  • इन बांड में केवल ब्याज का भुगतान करने की बाध्यता होती है तथा ऋण चुकाने ....
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