​क्रेडिट सूचना कम्पनियां

  • हाल ही में, भारतीय रिजर्व बैंक ने प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ाने हेतु बैंकों एवं एनबीएफसी (NBFCs) सहित सभी ऋणदाताओं द्वारा क्रेडिट सूचना कंपनियों (CICs) को की जाने वाली ऋण सूचना की रिपोर्टिंग की आवृत्ति मासिक अंतराल से बढ़ाकर पाक्षिक अथवा उससे भी कम अंतराल पर कर दिया है।
  • क्रेडिट सूचना कंपनियां ऋण, क्रेडिट कार्ड आदि के संबंध में व्यक्तियों और कंपनियों के सार्वजनिक डेटा, क्रेडिट लेनदेन तथा भुगतान संबंधी जानकारी को एकत्रित करती हैं। उदाहरण- ट्रांसयूनियन सिबिल लिमिटेड आदि।
  • CICs को RBI द्वारा लाइसेंस दिया जाता है तथा RBI के दिशानिर्देशों के साथ-साथ 'सीआईसी विनियमन अधिनियम, 2005' द्वारा विनियमित किया जाता ....
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