विश्व के पहले 3डी-मुद्रित रॉकेट इंजन का सफल परीक्षण

  • नवंबर 2022 में भारतीय स्टार्टअप 'अग्निकुल कॉसमॉस' (Agnikul Cosmos) द्वारा बनाए गए, विश्व के पहले सिंगल-पीस 3डी-प्रिंटेड रॉकेट इंजन (3D-Printed Rocket Engine) का सफल परीक्षण किया गया।
  • यह परीक्षण तिरुवनंतपुरम के विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर (VSSC) के थुम्बा इक्वेटोरियल रॉकेट लॉन्चिंग स्टेशन की 'वर्टिकल टेस्ट फैसिलिटी' में किया गया।
  • इस इंजन परीक्षण की सफलता से अग्निकुल कॉसमॉस के लॉन्च व्हीकल 'अग्निबाण' (Agnibaan) के विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
  • 'अग्निबाण' 100 से 300 किलोग्राम तक पेलोड को निम्न पृथ्वी कक्षा (करीबन 700 किमी) तक ले जाने में सक्षम है।
  • रॉकेट के अर्ध-क्रायोजेनिक इंजन में 'तरल केरोसीन' तथा 'सुपरकोल्ड तरल ऑक्सीजन' के मिश्रण का उपयोग किया ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

प्रारंभिक विशेष