संक्षिप्त समसामयिक तथ्य

ब्लू फूड

  • फरवरी 2023 में प्रकाशित एक नवीन अध्ययन से पता चला है कि जलीय क्षेत्रों से प्राप्त ब्लू फूड (Blue Food) पोषक तत्त्वों की कमी को कम करने में मदद कर सकता है।
  • इससे भारत में रोज़गार एवं निर्यात राजस्व में भी बढ़ोतरी हो सकती है। अध्ययन के अनुसार, ब्लू फूड स्थलीय मांस की तुलना में कम उत्सर्जन उत्पन्न करते हैं।
  • ब्लू फूड, जलीय जीवो, पौधों एवं समुद्री शैवाल से प्राप्त भोजन होते हैं, ये सामान्य रूप से ताज़े जल तथा समुद्री वातावरण में पाए जाते हैं।
....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

प्रारंभिक विशेष