भारत में सूचना प्रसारण के मुद्दे

पेड न्यूज

  • प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक या प्रिंट मीडिया में किसी समाचार या विश्लेषण को प्रसारित करने के बदले नकद राशि या कोई लाभ लेने पर उस समाचार को पेड न्यूज माना जाता है।
  • चुनावों के समय तथा आर्थिक लाभ लेने के लिए पेड न्यूज छपने की घटनाएं बढ़ने लगी हैं जो लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं तथा वित्तीय बाजारों के लिए गंभीर खतरा बनती जा रही हैं।
  • पेड न्यूज पाठकों या दर्शकों को गलत खबर देता है और उनकी पसंद की आजादी को कम करता है। 2013 में सूचना प्रौद्योगिकी पर बनायी स्थायी संसदीय समिति ने मीडिया में फैल रहे पेड न्यूज ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

विशेष