पंचायती राज का प्रभाव

सामाजिक प्रभाव

  • ग्राम स्वराज योजना कार्यक्रम की शुरुआत के बाद सभी लाभार्थियों के लिए रोजगार की संख्या में वृद्धि हुई। इस प्रकार पंचायत ने महिला लाभार्थियों पर अनुकूल प्रभाव डालने में सफल रहा है तथा विकास सूचकांक (2015-16) के आंकड़ों के अनुसार महिलाओं को उच्च एवं निम्न रोजगार के रूप में क्रमशः 248.01 तथा 220.34 दिनों का रोजगार उपलब्ध हुई है। इससे अप्रत्यक्ष या प्रत्यक्ष रूप से भारतीय अर्थव्यवस्था को बल मिला है और ग्रामीण क्षेत्र की क्रय शक्ति, खपत, तथा रोजगार दर में वृद्धि हुई है।
  • संपत्तियों के निर्माण से पूंजी निर्माण होती है और यह जीडीपी के विकास में ....
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