​LGBTQIA+ से संबंधित सामाजिक पूर्वाग्रह और कलंक: परिणाम एवं समाधान

LGBTQAI+ लेस्बियन, गे, बाइसेक्शुअल, ट्रांसजेंडर, क्वीर, इंटरसेक्स और एसेक्सुअल और अन्य लोगों को संबोधित करता है। LGBTQIA+ समुदाय सदियों से सामाजिक पूर्वाग्रह और कलंक का सामना करता रहा है।

  • समाज में व्याप्त रूढ़िवादी विचारधाराएं, धार्मिक मान्यताएं और सांस्कृतिक मानदंड अक्सर इस समुदाय के लोगों को हाशिए पर धकेल देते हैं।
  • LGBTQIA+ से संबंधित सामाजिक पूर्वाग्रह और कलंक के परिणाम
  • सामाजिक बहिष्कार: इन्हें परिवार, दोस्तों और समुदाय द्वारा बहिष्कार का शिकार होना पड़ता है। कई लोग अपने परिवारों से अलग हो जाते हैं क्योंकि उन्हें स्वीकार नहीं किया जाता है।
  • हिंसा और उत्पीड़न: LGBTQIA+ समुदाय के लोगों को अक्सर शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।

मुख्य विशेष