भारत में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा : महत्व एवं मुद्दे

भारत में गुणवत्तापरक शिक्षा के आभाव के कारन शिक्षा परिणाम (Education Outcome) नकारात्मक रूप से प्रभावित हो रहे हैं| वर्तमान में देश की शिक्षा पद्धति की विशेषता शिक्षक-केंद्रित रटना (teacher-centred rote learning), शारीरिक दंड (corporal punishment) और भेदभाव (discrimination) बनी हुई है।

  • गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की कोई मानक परिभाषा नहीं है, परन्तु इसे आमतौर पर प्रत्येक छात्र के सामाजिक, भावनात्मक, मानसिक, शारीरिक और संज्ञानात्मक विकास पर केंद्रित माना जाता है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा केवल परीक्षण तक सिमित नहीं है वरन यह बच्चे को जीवन में आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार करता है।

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का महत्व

  • व्यक्ति के विकास के लिए महत्वपूर्ण: ....
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