भारत में जियो-टूरिज्म
भू-पर्यटन (Geo-Tourism) को एक ऐसे पर्यटन के रूप में परिभाषित किया जाता है, जो किसी स्थान के भौगोलिक चरित्र को बनाए रखने के साथ-साथ उसे बढ़ाता भी है। भू-पर्यटन भू-वैज्ञानिक आकर्षणों एवं भू-स्थलों से जुड़ा पर्यटन है। भू-पर्यटन को पहली बार 1995 में थॉमस अल्फ्रेड होज द्वारा परिभाषित किया गया था।
भारत के प्रमुख भू-पर्यटन स्थल
भू-पर्यटन के लिए GSI द्वारा देश में 32 स्वीकृत भू-पर्यटन या भू-विरासत स्थलों को अधिसूचित किया गया हैं। इनमे ज्वालामुखी विस्तार वाले बैराइट्स, राष्ट्रीय जीवाश्म लकड़ी पार्क, लोकटक झील, लोनार झील, अकाल फॉसिल वुड पार्क, जवार सीसा-जस्ता खदान आदि प्रमुख है।
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मुख्य विशेष
- 1 भारत की नई आर्कटिक नीति
- 2 जलवायु परिवर्तन एवं खाद्य सुरक्षा
- 3 2070 तक शुद्ध शून्य: चुनौतियां तथा आवश्यकता
- 4 प्रतिपूरक वनीकरण
- 5 जैव विविधाता का ह्रास तथा उत्पन्न चुनौतियां
- 6 अक्षय ऊर्जा में भारत की वर्तमान उपलब्धियां
- 7 हीट वेव: कारण, प्रभाव और परिणाम
- 8 भारतीय शहरों में जलवायु संधारणीयता का विकास
- 9 भारतीय हिमालयी क्षेत्र में प्लास्टिक प्रदूषण
- 10 भारत में बांध प्रबंधन और जल सुरक्षा
- 11 शहरी बाढ़ : कारण और प्रबंधन
- 12 जलवायु परिवर्तन प्रेरित आपदाएं : भारत की तैयारी और चुनौतियां
- 13 हिमालयी पारिस्थितिक तंत्र की भेद्यता: आपदा प्रबंधन की चुनौतियां
- 14 प्लास्टिक प्रदूषण: पर्यावरण पर प्रभाव और प्रबंधन के प्रयास
- 15 भारत में ग्रे वॉटर प्रबंधन की चुनौतियां
- 16 भारत में ब्लैक कार्बन उत्सर्जन : नियंत्रण की आवश्यकता
- 17 मैंग्रोव: खतरे और संरक्षण की आवश्यकता
- 18 भारत के पारिस्थितिक-संवेदनशील क्षेत्रों से जुड़ी चुनौतियां
- 19 आक्रामक विदेशी प्रजातियों का खतरा: आर्थिक और पारिस्थितिक निहितार्थ
- 20 भारत की शहरी आर्द्रभूमि: चुनौतियां और तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता
- 21 भारत के जैव विविधता हॉटस्पॉट: प्रमुख पारिस्थितिक खतरे
- 22 जलवायु सेवाओं के लिए राष्ट्रीय फ्रेमवर्क: आवश्यकता, चुनौतियां और उपाय
- 23 जलवायु परिवर्तन के विरुद्ध मौलिक अधिकार
- 24 श्रम पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव
- 25 शहरी भारत में बढ़ता हीट स्ट्रेस
- 26 भारत में कार्बन ट्रेडिंग: चुनौतियां और अनिवार्यताएं
- 27 भारत का भू-जल संसाधन : प्रबंधन चुनौतियां और पहलें
- 28 मरुस्थलीकरण और सूखे से निपटने की क्षमता : मुख्य अनिवार्यताएं
- 29 पर्यावरणीय प्रभाव आकलन : खामियां और प्रभावशीलता बढ़ाने हेतु आवश्यक कदम
- 30 भारत में हरित वित्तपोषण: पहल और चुनौतियां
- 31 बायोमास- ऊर्जा का दोहन: चुनौतियां और उपाय
- 32 कोयले का चरणबद्ध उन्मूलन: भारत के समक्ष चुनौतियां
- 33 इलेक्ट्रिक वाहन : संबद्ध समस्याएं एवं संभावित हाइब्रिड समाधान
- 34 सतत कृषि : कृषि वानिकी एवं शून्य बजट प्राकृतिक कृषि की भूमिका
- 35 सतत विकास लक्ष्य की दिशा में भारत की प्रगति: आलोचनात्मक मूल्यांकन
- 36 भारत में पर्यावरणीय लेखांकन
- 37 सर्कुलर इकोनॉमी एवं भारत: चुनौतियां एवं अवसर
- 38 संपीडित बायोगैस (CBG): ऊर्जा सुरक्षा हेतु आवश्यक
- 39 पर्यावरणीय रूप से धारणीय शहरों का निर्माण
- 40 शहरी कृषि: आवश्यकता एवं लाभ
- 41 भारत में सतत रेत खनन
- 42 भारत में वाहन स्क्रैपेज
- 43 भारत में प्लास्टिक प्रदूषण
- 44 भारत में जैविक कृषिः स्थिति एवं सरकार के प्रयास
- 45 जैव विविधता पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव
- 46 जलवायु परिवर्तन में कृषि की भूमिका
- 47 कार्बन असमानता: प्रभाव एवं समाधान
- 48 आक्रामक प्रजातियां: संबंधित मुद्दे एवं आवश्यक प्रयास
- 49 आर्द्रभूमि संरक्षण
- 50 कृषि वानिकी
- 51 जलवायु वित्तयन: चुनौती एवं पहल
- 52 भारत में अपशिष्ट प्रबंधन
- 53 भारत में हाइड्रोजन ऊर्जा का भविष्य
- 54 नवीकरणीय ऊर्जाः भारत की महत्वाकांक्षाएं एवं बढ़ते कदम
- 55 स्वच्छ शहरी गतिशीलता
- 56 मिशन लाइफ़: पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली की पहल
- 57 समुद्री जैव विविधता का संरक्षण
- 58 सामान्य अध्ययन 100 अति संभावित विषय - जलवायु परिवर्तन व पर्यावरण (जीएस पेपर-3)
- 59 सामान्य अध्ययन 100 अति संभावित विषय - कृषि एवं संबंधित क्षेत्र (जीएस पेपर-3)
- 60 सामान्य अध्ययन 100 महत्वपूर्ण विषय - प्रौद्योगिकी विकास (जीएस पेपर-3)
- 61 सामान्य अध्ययन 100 महत्वपूर्ण विषय - कृषि एवं संबंधित क्षेत्र (जीएस पेपर-3)
- 62 सामान्य अध्ययन 90 महत्वपूर्ण विषय - कृषि एवं संबंधित क्षेत्र (जीएस पेपर-3)
- 63 सामान्य अध्ययन 90 महत्वपूर्ण विषय - प्राकृतिक संसाधान (जीएस पेपर-3)