2070 तक शुद्ध शून्य: चुनौतियां तथा आवश्यकता
संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (United Nations Climate Change Conference-UNFCC) का COP26 शिखर सम्मेलन ग्लासगो में हुआ जहाँ भारत के प्रधानमंत्री ने भारत के विभिन्न जलवायु लक्ष्यों की घोषणा की। इन लक्ष्यों में से एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य 2070 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन (net zero emissions) का लक्ष्य हासिल करना है।
- शुद्ध शून्य उत्सर्जन एक ऐसी स्थिति होती है, जिसमें किसी देश के उत्सर्जन को, वायुमंडल से ग्रीनहाउस गैसों के अवशोषण तथा निराकरण के द्वारा क्षतिपूरित (compensated) किया जाता है। शुद्ध शून्य (Net-Zero), को ‘कार्बन-तटस्थता’ (carbon-neutrality) भी कहा जाता है। शुद्ध शून्य उत्सर्जन की प्राप्ति के लिए ग्रीनहाउस गैसों के अवशोषण में ....
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मुख्य विशेष
- 1 भारत में जियो-टूरिज्म
- 2 भारत की नई आर्कटिक नीति
- 3 जलवायु परिवर्तन एवं खाद्य सुरक्षा
- 4 प्रतिपूरक वनीकरण
- 5 जैव विविधाता का ह्रास तथा उत्पन्न चुनौतियां
- 6 अक्षय ऊर्जा में भारत की वर्तमान उपलब्धियां
- 7 हीट वेव: कारण, प्रभाव और परिणाम
- 8 भारतीय शहरों में जलवायु संधारणीयता का विकास
- 9 भारतीय हिमालयी क्षेत्र में प्लास्टिक प्रदूषण
- 10 भारत में बांध प्रबंधन और जल सुरक्षा
- 11 शहरी बाढ़ : कारण और प्रबंधन
- 12 जलवायु परिवर्तन प्रेरित आपदाएं : भारत की तैयारी और चुनौतियां
- 13 हिमालयी पारिस्थितिक तंत्र की भेद्यता: आपदा प्रबंधन की चुनौतियां
- 14 प्लास्टिक प्रदूषण: पर्यावरण पर प्रभाव और प्रबंधन के प्रयास
- 15 भारत में ग्रे वॉटर प्रबंधन की चुनौतियां
- 16 भारत में ब्लैक कार्बन उत्सर्जन : नियंत्रण की आवश्यकता
- 17 मैंग्रोव: खतरे और संरक्षण की आवश्यकता
- 18 भारत के पारिस्थितिक-संवेदनशील क्षेत्रों से जुड़ी चुनौतियां
- 19 आक्रामक विदेशी प्रजातियों का खतरा: आर्थिक और पारिस्थितिक निहितार्थ
- 20 भारत की शहरी आर्द्रभूमि: चुनौतियां और तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता
- 21 भारत के जैव विविधता हॉटस्पॉट: प्रमुख पारिस्थितिक खतरे
- 22 जलवायु सेवाओं के लिए राष्ट्रीय फ्रेमवर्क: आवश्यकता, चुनौतियां और उपाय
- 23 जलवायु परिवर्तन के विरुद्ध मौलिक अधिकार
- 24 श्रम पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव
- 25 शहरी भारत में बढ़ता हीट स्ट्रेस
- 26 भारत में कार्बन ट्रेडिंग: चुनौतियां और अनिवार्यताएं
- 27 भारत का भू-जल संसाधन : प्रबंधन चुनौतियां और पहलें
- 28 मरुस्थलीकरण और सूखे से निपटने की क्षमता : मुख्य अनिवार्यताएं
- 29 पर्यावरणीय प्रभाव आकलन : खामियां और प्रभावशीलता बढ़ाने हेतु आवश्यक कदम
- 30 भारत में हरित वित्तपोषण: पहल और चुनौतियां
- 31 बायोमास- ऊर्जा का दोहन: चुनौतियां और उपाय
- 32 कोयले का चरणबद्ध उन्मूलन: भारत के समक्ष चुनौतियां
- 33 इलेक्ट्रिक वाहन : संबद्ध समस्याएं एवं संभावित हाइब्रिड समाधान
- 34 सतत कृषि : कृषि वानिकी एवं शून्य बजट प्राकृतिक कृषि की भूमिका
- 35 सतत विकास लक्ष्य की दिशा में भारत की प्रगति: आलोचनात्मक मूल्यांकन
- 36 भारत में पर्यावरणीय लेखांकन
- 37 सर्कुलर इकोनॉमी एवं भारत: चुनौतियां एवं अवसर
- 38 संपीडित बायोगैस (CBG): ऊर्जा सुरक्षा हेतु आवश्यक
- 39 पर्यावरणीय रूप से धारणीय शहरों का निर्माण
- 40 शहरी कृषि: आवश्यकता एवं लाभ
- 41 भारत में सतत रेत खनन
- 42 भारत में वाहन स्क्रैपेज
- 43 भारत में प्लास्टिक प्रदूषण
- 44 भारत में जैविक कृषिः स्थिति एवं सरकार के प्रयास
- 45 जैव विविधता पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव
- 46 जलवायु परिवर्तन में कृषि की भूमिका
- 47 कार्बन असमानता: प्रभाव एवं समाधान
- 48 आक्रामक प्रजातियां: संबंधित मुद्दे एवं आवश्यक प्रयास
- 49 आर्द्रभूमि संरक्षण
- 50 कृषि वानिकी
- 51 जलवायु वित्तयन: चुनौती एवं पहल
- 52 भारत में अपशिष्ट प्रबंधन
- 53 भारत में हाइड्रोजन ऊर्जा का भविष्य
- 54 नवीकरणीय ऊर्जाः भारत की महत्वाकांक्षाएं एवं बढ़ते कदम
- 55 स्वच्छ शहरी गतिशीलता
- 56 मिशन लाइफ़: पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली की पहल
- 57 समुद्री जैव विविधता का संरक्षण
- 58 सामान्य अध्ययन 100 अति संभावित विषय - जलवायु परिवर्तन व पर्यावरण (जीएस पेपर-3)
- 59 सामान्य अध्ययन 100 अति संभावित विषय - कृषि एवं संबंधित क्षेत्र (जीएस पेपर-3)
- 60 सामान्य अध्ययन 100 महत्वपूर्ण विषय - प्रौद्योगिकी विकास (जीएस पेपर-3)
- 61 सामान्य अध्ययन 100 महत्वपूर्ण विषय - कृषि एवं संबंधित क्षेत्र (जीएस पेपर-3)
- 62 सामान्य अध्ययन 90 महत्वपूर्ण विषय - कृषि एवं संबंधित क्षेत्र (जीएस पेपर-3)
- 63 सामान्य अध्ययन 90 महत्वपूर्ण विषय - प्राकृतिक संसाधान (जीएस पेपर-3)