समुद्री जैव विविधता का संरक्षण
पृथ्वी पर विशाल समुद्री क्षेत्र आर्थिक विकास, मानव स्वास्थ्य तथा पृथ्वी के प्राकृतिक पर्यावरण को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पृथ्वी के लगभग 71% क्षेत्र पर महासागरों का विस्तार है तथा विश्व के लगभग 123 देशों तक तटीय एवं समुद्री पारिस्थितिक तंत्र का विस्तार देखने को मिलता है।
- समुद्री जैव-विविधता की विस्तृतश्रृंखला में अब तक जीव-जंतुओं की लगभग 40,000 प्रजातियों की खोज की गई है। समुद्रों का संरक्षण एवं समुद्री संसाधनों का बेहतर प्रबंधन मानव विकास एवं जीवन के दीर्घकालिक स्थायित्व के लिए आवश्यक है।
समुद्री जैव-विविधता संरक्षण से संबंधित समस्याएं
- अम्लीकरण की समस्याः महासागरों द्वारा अधिक मात्र ....
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मुख्य विशेष
- 1 आर्द्रभूमि संरक्षण
- 2 कृषि वानिकी
- 3 जलवायु वित्तयन: चुनौती एवं पहल
- 4 भारत में अपशिष्ट प्रबंधन
- 5 मानव-वन्य जीव संघर्ष
- 6 भारत में हाइड्रोजन ऊर्जा का भविष्य
- 7 नवीकरणीय ऊर्जाः भारत की महत्वाकांक्षाएं एवं बढ़ते कदम
- 8 स्वच्छ शहरी गतिशीलता
- 9 मिशन लाइफ़: पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली की पहल
- 10 सामान्य अध्ययन 100 महत्वपूर्ण विषय - जलवायु परिवर्तन व पर्यावरण (जीएस पेपर-3)
- 11 सामान्य अध्ययन 90 महत्वपूर्ण विषय - जलवायु परिवर्तन व पर्यावरण (जीएस पेपर-3)