भारत में कार्बन ट्रेडिंग: चुनौतियां और अनिवार्यताएं

कार्बन ट्रेडिंग एक बाजार आधारित तंत्र है जिसका उद्देश्य ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करना है। देशों या कंपनियों को उत्सर्जन की एक निश्चित सीमा दी जाती है, और वे इन सीमाओं का बाज़ार में व्यापार कर सकते हैं। जो कम उत्सर्जन करते हैं वे अपनी अतिरिक्त सीमा उन लोगों को बेच सकते हैं जिन्हें अधिक की आवश्यकता है।

कार्बन ट्रेडिंग के लिए कानूनी ढांचा

चुनौतियां

  • विनियामक ढांचा: भारत का कार्बन बाज़ार अभी भी अपनी प्रारंभिक अवस्था में है, इसके विकास को निर्देशित करने के लिए व्यापक विनियमनों का अभाव ....
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