वन्यजीव अभयारण्य

वन्यजीव अभयारण्य को 1972 के वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत राज्य सरकारों द्वारा अधिसूचित किया जाता है।

  • कोई भी क्षेत्र (किसी भी आरक्षित वन या प्रादेशिक जल में शामिल क्षेत्र के अलावा) यदि पर्याप्त पारिस्थितिक, जीव, वनस्पति, भू-आकृति विज्ञान, प्राकृतिक या प्राणी संबंधी महत्व का है तो उसे राज्य सरकार 'वन्यजीव अभयारण्य' के रूप में अधिसूचित कर सकती है।
  • वन्यजीव अभयारण्य के भीतर कुछ प्रतिबंध के साथ मानवीय गतिविधियों की अनुमति प्रदान की जाती है। भारत में 550 से अधिक वन्य जीव अभयारण्य देश के भौगोलिक क्षेत्र के कुल 3.64% क्षेत्रफल को कवर करते हैं। इनकी सर्वाधिक संख्या ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

प्रारंभिक विशेष