साइट-डायरेक्टेड न्यूक्लियस तकनीक

एडिटिंग की प्रकृति के आधार पर जीन एडिटिंग की संपूर्ण प्रक्रिया को तीन श्रेणियों में बाँटा गया है- साइट डायरेक्टेड न्यूक्लीज-1 (SDN1), साइट डायरेक्टेड न्यूक्लीज-2 (SDN2) और साइट डायरेक्टेड न्यूक्लीज-3 (SDN3)।

  • साइट डायरेक्टेड न्यूक्लीज-1 (SDN-1) बाह्य या विदेशी आनुवंशिक सामग्री के प्रवेश के बिना ही छोटे सम्मिलन/विलोपन (Insertion/Deletion) के माध्यम से मेज़बान जीनोम के DNA में परिवर्तन का सूत्रपात करता है।
  • SDN-2 के तहत एडिटिंग में विशिष्ट परिवर्तनों की उत्पत्ति हेतु एक छोटे DNA टेम्पलेट का उपयोग करना शामिल है। इन दोनों प्रक्रियाओं में विदेशी आनुवंशिक सामग्री शामिल नहीं होती है और अंतिम परिणाम पारंपरिक नस्ल वाली फसल की किस्मों ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

प्रारंभिक विशेष