ग्रेवाटर

ग्रेवाटर (Graywater) को अपशिष्ट जल के रूप में परिभाषित किया जाता है। इसमें स्नान, शावर, हैंड वॉश बेसिन, वाशिंग मशीन, डिशवॉशर और किचन सिंक आदि का अपशिष्ट जल शामिल रहता है।

  • ध्यान रहे कि, ग्रेवाटर में शौचालयों से निष्कासित जल को शामिल नहीं किया जाता है।
  • ग्रेवाटर में नाइट्रोजन और फास्फोरस की मात्रा अधिक होती है। कृषि सिंचाई में इसका उपयोग किये जाने से यह बेहतर पोषक तत्व अथवा उर्वरक स्रोत बन सकता है।
  • ग्रेवाटर के पुनर्चक्रण से पर्यावरण को होने वाले संभावित नुकसान को रोकने के साथ ताजे जल की मांग को कम किया जा सकता है। ....
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