प्रतिसूक्ष्मजीवी/रोगाणुरोधी प्रतिरोध

रोगाणुरोधी प्रतिरोध (AMR) किसी सूक्ष्मजीव (जैसे-जीवाणु, कवक विषाणु और कुछ परजीवियों) की वह क्षमता है, जिसके कारण यह किसी एंटीमाइक्रोबॉयल औषधि (जैसे- एंटीबायोटिक, एंटीफंगल, एंटीवायरल आदि) को अपने विरुद्ध कार्य करने से प्रतिबंधित करते हैं।

  • दुनिया के सभी क्षेत्रों में रोगाणुरोधी प्रतिरोध देखने को मिलता है।
  • विश्व स्वास्थ संगठन ने रोगाणुरोधी प्रतिरोध को मानवता के समक्ष मौजूद शीर्ष 10 वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरों में से एक के रूप में घोषित किया है।
  • रोगाणुरोधी प्रतिरोध की स्थिति में सामान्य संक्रमण से उपचार में असमर्थता के साथ-साथ अंग प्रत्यारोपण, कैंसर के इलाज में कीमोथेरेपी, मधुमेह प्रबंधन और शल्य चिकित्सा में चुनौतियां उत्पन्न ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

प्रारंभिक विशेष