राजकोषीय स्थिति
वित्त वर्ष 2023 के दौरान केन्द्र सरकार की वित्तीय स्थिति काफी सुदृढ़ हो गई है। इसका प्रमुख कारण आर्थिक गतिविधियों के बढ़ने के फलस्वरूप प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष करों के संग्रह में होने वाले तेज उछाल है।
- अप्रैल-नवम्बर 2022 के दौरान सकल कर राजस्व (Gross Tax Revenue) में 15.5 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई। इसमें प्रत्यक्ष करों और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का सर्वाधिक योगदान है।
- जीएसटी अब केन्द्र और राज्य सरकारों का एक अहम राजस्व स्रोत बन गया है।
- अप्रैल-दिसम्बर 2022 के दौरान सकल जीएसटी संग्रह में वार्षिक आधार पर 24.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
- चालू वित्त ....
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- 1 अध्याय 13:जलवायु परिवर्तन और भारत
- 2 अध्याय 12:अवसंरचना
- 3 अध्याय 11: सेवाएं
- 4 अध्याय 10: मध्यम एवं लघु उद्योग
- 5 अध्याय 9: कृषि और खाद्य प्रबंधन
- 6 अध्याय 8: रोजगार और कौशल विकास
- 7 अध्याय 7: सामाजिक क्षेत्र
- 8 अध्याय 6: जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा स्रोतों में बदलाव को अपनाना
- 9 अध्याय 5: मध्य अवधि दृष्टिकोण- न्यू इंडिया के लिए विकास रणनीति
- 10 अध्याय 4: बाह्य क्षेत्र
- 11 अध्याय 3: कीमतें और मुद्रास्फीति
- 12 अध्याय 2: मौद्रिक प्रबंधन और वित्तीय मध्यस्थता
- 13 अध्याय 1: आर्थिक स्थिति – स्थिर
- 14 पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन
- 15 सामाजिक अवसंरचना और रोजगार
- 16 भौतिक और डिजिटल अवसंरचना
- 17 बाह्य क्षेत्र
- 18 सेवा क्षेत्र
- 19 उधोग एवं निवेश
- 20 कृषि एवं खाद्य प्रबंधन
- 21 वस्तुओं के मूल्य एवं महंगाई
- 22 मौद्रिक प्रबंधान और वित्तीय स्थिरता
- 23 2014-22 के दौरान विकास परिदृश्य
- 24 आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22