वर्तमान वैश्विक व्यवस्था में तेजी से बदलते भू-राजनीति के परिदृश्य में विश्व में मौलिक स्तर पर रूपांतरण होने से अनिश्चितता उत्पन्न हो रही है तथा वैश्विक स्तर पर वैश्वीकरण की गति में अवरोध आए है।
भू-राजनीति से तात्पर्य
भू-राजनीति के अंतर्गत राज्य के विदेश नीति के स्तर पर भूगोल, अर्थशास्त्र तथा जनानंकी को राजनीति के आधार पर अध्ययन किया जाता है।
एशिया का भूगोल
इस क्षेत्र का भूगोल हिन्द-प्रशांत के संदर्भ में पुनः परिभाषित हो रहा है, जिसके अंतर्गत दो महासागरों, वैश्विक स्तर पर नयी रणनीतियों के निर्माण , सम्पर्क की परियोजनाएं, आर्थिक तथा पर्यावरणीय विषय भी सम्मिलत हो रहे है, जिससे राज्य की सम्प्रभुता, प्रादेशिक एकता भी प्रभावित हो रही है।
भारत की भू-राजनीति की विशेषता
भारत की रणनीतिक स्वायत्ता इस बात पर निर्भर है कि वह किस हद तक अपने राष्ट्रीय हितों को सुरक्षित रख पाता है। क्योंकि भारत आज उदार स्तर पर हर देश से जुड़ा हुआ है।
2014-2019 के बीच भारत की विदेश नीति में भू राजनीति
प्रधानमंत्री मोदी अपने प्रथम कार्यकाल 2014-2019 में भारत की विदेश नीति को एक नयी दिशा प्रदान की तथासंबंधों मजबूत करने के साथ साथ नयी सुरक्षा मानकों की स्थापना के साथ साथ भारत की बेहतर पहचान स्थापित करने का कार्य किया तथाविदेश नीति में राष्ट्रीय सुरक्षा को जोड़ने पर ज्यादे महत्व प्रदान किया है।
नयी विश्व व्यवस्था का निर्माण
वैश्वीय तथा क्षेत्रीय वातावरण गतिशील होता है तथाराष्ट्रहित के अतिरिक्त कुछ भी स्थायी नहीं होता। भारत का तेजी से बदलते भू-राजनीति में सीमित नियंत्रण है, जिसमें वह अपने अनुसार नयी विश्व व्यवस्था को आकार दे रहा है।
वैश्विक स्तर पर नये शक्ति संतुलन का विकास
वर्तमान में विश्व में कुछ देशों के समान उभार के कारण बहुध्रुवीय बन रहा है जिसमें संयुक्त राज्य का प्रभाव कम होता हुआ, नयी विश्व व्यवस्था में दिख रहा है।
वैश्विक नेतृत्वकर्ता के रूप में भारत
अन्तरराष्ट्रीयस्तर पर भारत का महत्व अब किसी भी वैश्विक शक्ति के लिए नजरअंदाज करना मुश्किल है भारत के प्रधानमंत्री द्वारा3डी, जिसका आशय ‘लोकतंत्र, जनांकिकी और मांग के रूप है, के महत्व को वैश्विक जगत के सामने रखा गया।
निष्कर्ष
कोविड महामारी तथा अफगानिस्तान संकट, रूस - यूक्रेन संकट तथा चीन का भारत तथा अमरीका के साथ तनाव ने विश्व की भूराजनीति को प्रभावित किया है तथानये प्रकार के शक्ति संतुलन बनाये जा रहें है।