पूर्वी भूमधयसागरीय (ईस्टमेड) पाइपलाइन परियोजना

11 जनवरी, 2022 को अमेरिका ने वित्तीय व्यवहार्यता, पर्यावरणीय चिंताओं और राजनीतिक तनाव के आधार पर घोषणा की कि वह अब पूर्वी भूमध्यसागरीय प्राकृतिक गैस पाइपलाइन का समर्थन नहीं करेगा अमरिका ने इस पाइपलाइन परियोजना को तनाव का एक प्राथमिक कारण बताया है तथा तुर्की और अन्य क्षेत्रीय देशों को आपस में उलझा कर इस क्षेत्र को अस्थिर बना दिया है।

क्या है यह पाइपलाइन

पूर्वी भूमध्यसागरीय (ईस्टमेड) एक 1,900 किमी की प्राकृतिक गैस पाइपलाइन परियोजना है जो पूर्वी भूमध्यसागरीय (ईस्टमेड) पूर्वी भूमध्य सागर के गैस भंडार को ग्रीस से जोड़ेगी और फिर वह इटली से जुड़ जाएगी।

  • यह प्राकृतिक गैस पाइपलाइन परियोजना साइप्रस और ग्रीस के एक द्वीप क्रेते से होकर गुजरता है
  • पाइपलाइन में ग्रीस और इटली और अन्य दक्षिण-पूर्वी यूरोपीय देशों में प्रति वर्ष दस अरब घन मीटर (बीसीएम/वाई) गैस परिवहन करने की प्रारंभिक क्षमता होगी।
  • पाइपलाइन लेवियाथन (इजराइल) और एफ्रोडाइट (सिप्रस) गैस क्षेत्रों को पूर्वी भूमध्यसागर में यूरोप से जोड़ेगी। जनवरी 2020 में, ग्रीस, सिप्रस और इजरायल ने पूर्वी भूमध्यसागरीय पाइपलाइन समझौते पर हस्ताक्षर किए।
  • ग्रीस, इजराइल और साइप्रस के ऊर्जा मंत्रियों ने जनवरी 2020 में पाइपलाइन परियोजना के लिए अंतिम समझौते पर हस्ताक्षर किए।
  • इस परियोजना में अंतिम निवेश निर्णय (थ्प्क्) 2022 में होने की उम्मीद है तथा 2025 तक इस पाइपलाइन द्वारा ग्रीस और इटली के माध्यम से इजराइल और साइप्रस से यूरोप के गैस नेटवर्क तक गैस पहुंचाने का कार्य शुरू हो जायेगा।
  • ईस्टमेड पाइपलाइन परियोजना को 2015 में साइप्रस, ग्रीक और इतालवी सरकारों से अनुमोदन प्राप्त हुआ था और इसे दक्षिणी गैस कॉरिडोर परियोजनाओं में शामिल किया गया।
  • यूरोपीय सरकार ने यूरोपीय नेटवर्क ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम ऑपरेटर्स ऑफ गैस (ईएनटीएसओजी) की पिछले दस साल की विकास योजना (टीवाईएनडीपी) में परियोजना को जोड़ा है, जिसका उद्देश्य यूरोप की वर्तमान और भविष्य की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में सक्षम एक सुरक्षित ट्रांसमिशन नेटवर्क बनाना है।

महत्व

  • यूरोप के ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा प्रदान करेगाः यह परियोजना यूरोप में ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देगा तथा यह अपने मार्गों और स्रोतों में विविधता लाकर उत्पादन क्षेत्रों के साथ सीधा अंतर्संबंध स्थापित करेगी।
  • गैस व्यापारः यह साइप्रस को यूरोपीय गैस प्रणाली के साथ विलय करने का अवसर प्रदान करेगा जो दक्षिण पूर्व यूरोपीय क्षेत्र में गैस व्यापार को और बढ़ाएगा।
  • आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिकाः यह परियोजना सायप्रस और ग्रीस के गैस निर्यात बाजार को स्थायित्व प्रदान कर दोनों देशों के आर्थिक विकास को बढ़ावा प्रदान करेगी तथा यह ग्रीस और इटली में गैस व्यापार केंद्रों के विकास को सक्षम करेगा और दक्षिण-पूर्व यूरोप में गैस व्यापार की सुविधा प्रदान करेगा।

तुर्की का विरोध

ईस्टमेड परियोजना का विरोध करने में तुर्की सबसे आगे रहा है क्योंकि यह दावा करता है कि चयनित पाइपलाइन मार्ग पूर्वी भूमध्य सागर से यूरोप तक गैस पहुंचाने के लिए लंबी तुर्की तटरेखा को बायपास करता है।

  • तुर्की के अनुसार पाइपलाइन परियोजना साइप्रस के क्षेत्रीय जल में प्राकृतिक संसाधनों पर उसके समान अधिकारों की उपेक्षा करती है।
  • तुर्की और लीबिया ने दिसंबर 2019 में तुर्की के दक्षिणी भूमध्यसागरीय तट से लीबिया के उत्तर-पूर्वी तट तक एक विशेष आर्थिक क्षेत्र बनाने के लिए एक समुद्री समझौता किया।
  • नियोजित तुर्की-लीबिया आर्थिक क्षेत्र, जिसका ग्रीस, साइप्रस और इजराइल ने विरोध किया है, को परियोजना के लिए एक बाधा के रूप में माना जा रहा है क्योंकि ईस्टमेड पाइपलाइन को इस आर्थिक क्षेत्र से गुजरना होगा।

आगे की राह

ईस्टमेड पाइपलाइन की सफलता हेतु सबसे अधिक टर्की के सहयोग की आवश्यकता होगी तथा पूर्वी भूमध्यसागरीय गैस फोरम की स्थापना से, क्षेत्रीय ऊर्जा सुरक्षा योजना में एक और नया आयाम जुड़ जायेगा।

2019 में फोरम को अमेरिका, यूरोपीय संघ के अतिरिक्त समर्थन सहित इटली, सिप्रस गणराज्य, ग्रीस, इजरायल, मिस्र, जॉर्डन और फिलिस्तीनी प्राधिकरण के ऊर्जा मंत्रियों की भागीदारी से आरम्भ किया गया। तुर्की को इस पहल से भी बाहर रखा गया तथा इसलिए अगर इसे सफलता पूर्वक संचालित करना है तो तुर्की को इसमें शामिल करने पर विचार करना होगा।