ग्रामीण विकास में पंचायतीराज संस्थानों की भूमिका एवं महत्व
रोजगार योजनाओं के क्रियान्वयन में भूमिका
पंचायतों द्वारा ग्रामीण विकास के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं को चलाया जाता है। इसका सबसे अच्छा उदाहरण महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी अधिनियम (मनरेगा) है। इस योजना के तहत कार्य का प्रस्ताव ग्राम सभा द्वारा तैयार किया जाता है। जॉब कार्ड जारी करने की भी जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की होती है।
- ग्राम पंचायत की यह जिम्मेदारी होती है कि वह यह सुनिश्चित करे कि जिस व्यक्ति को कार्य दिया जा रहा है वह वयस्क है या नहीं।
- आवेदकों के बीच रोजगार बांटने, उन्हें मजदूरी भुगतान करने आदि की निगरानी की जिम्मेदारी ग्राम ....
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संबंधित सामग्री
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- 2 भारत में लोक सेवा मूल्यों की स्थिति
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- 4 लोक सेवा मूल्यों के समक्ष चुनौतियां
- 5 मूल्यों का संघर्ष
- 6 लोक सेवा के लिए महत्वपूर्ण मूल्य
- 7 लोक सेवा में मूल्य सुशासन का आधार
- 8 ग्रामीण विकास में पंचायतीराज संस्थानों की भूमिका को बढ़ाने वाली पहलें
- 9 स्थानीय स्वशासन से संबंधित मुद्दे
- 10 स्वास्थ्य प्रबंधन में भूमिकाः कोविड-19 प्रबंधन एवं टीकाकरण
मुख्य विशेष
- 1 स्थानीय स्वशासन ग्रामीण विकास की बुनियाद
- 2 स्वास्थ्य प्रबंधन में भूमिकाः कोविड-19 प्रबंधन एवं टीकाकरण
- 3 स्थानीय स्वशासन से संबंधित मुद्दे
- 4 ग्रामीण विकास में पंचायतीराज संस्थानों की भूमिका को बढ़ाने वाली पहलें
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