उत्तर प्रदेश में भक्ति आन्दोलन की विशेषताओं एवं प्रभाव का वर्णन कीजिए।

भक्ति आन्दोलन बौद्ध एवं जैन धर्म के प्रति अनुक्रिया से जुड़े वेष्णव एवं शैव सम्प्रदाय के संतों के प्रयास का परिणाम था। भक्ति आन्दोलन को दक्षिण से उत्तर में लाने का कार्य रामानंद ने किया। उत्तर प्रदेश में भक्ति आन्दोलन के विकास के निम्न कारण थे।

  • भक्ति आंदोलन के संतों द्वारा प्रत्येक जाति से शिष्य बनाया गया।
  • उपदेश स्थानीय भाषाओं में दिया गया।
  • रामानंद जैसे संतों ने एकेश्वरवाद पर बल देते हुए विष्णु की जगह राम की भक्ति आरंभ की।
  • कबीर जैसे संतों ने जाति धर्म की संर्कीणता से ऊपर उठकर एक सच्चे सुधारक की भूमिका निभाई

प्रभावः

  • भक्ति पंथ ने उपासना की विधियों के रूप ....
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