उत्तर प्रदेश में कृषि का व्यावसायीकरण कृषि को लाभकारी बनाने में सहायक सिद्ध हो सकता है, किंतु क्या छोटे और मझोले किसानों पर इसका प्रभाव नकारात्मक हो सकता है?

उत्तर: कृषि का व्यावसायीकरण वह प्रक्रिया है, जिसमें कृषि को एक लाभकारी व्यवसाय के रूप में अपनाते हुए आधुनिक तकनीकों, उन्नत उत्पादन विधियों और बाज़ार-उन्मुख नीतियों के माध्यम से कृषि उत्पादों का उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन किया जाता है।

कृषि का व्यावसायीकरण: सकारात्मक पहलू

  • उन्नत बीज, आधुनिक उपकरण और बेहतर कृषि प्रौद्योगिकियां अपनाने से उत्पादन में वृद्धि और गुणवत्ता में सुधार होता है।
  • व्यावसायीकरण से किसानों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुँचने का अवसर मिलता है, जिससे बेहतर मूल्य प्राप्त होता है।
  • कृषि प्रसंस्करण, पैकेजिंग, परिवहन और विपणन जैसे सहायक उद्योगों ....
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