सामाजिक अंकेक्षण क्या है? उत्तर प्रदेश के संदर्भ में इसके महत्व एवं चुनौतियों की विवेचना करें।

सामाजिक अंकेक्षण को ऐसे तंत्र के रूप में परिभाषित किया जा सकता है, जिसका उपयोग किसी संगठन के समग्र नैतिक प्रदर्शन को समझने, मापने, रिपोर्ट करने और बढ़ाने में किया जाता है।

महत्व

  • यह कमजोर समूहों को निर्णय लेने की प्रक्रिया में शामिल करता है तथा नीतिनिर्माण एवं कार्यान्वयन में उनकी जरूरतों एवं चिंताओं को दूर करता है।
  • यह भ्रष्टाचार एवं कुप्रबंधन पर अंकुश लगाता है एवं पारदर्शिता एवं जवाबदेहिता को बढ़ाता है। इसके द्वारा सरकार के माध्यम से प्रदत्त सार्वजनिक सेवाओं की गुणवत्ता एवं प्रभावशीलता का आकलन किया जा सकता ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।

मुख्य विशेष