उत्तर प्रदेश में ऊर्जा के सतत उपयोग और प्रबंधन के लिए नवीकरणीय और गैर-नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों के बीच संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता का आकलन करें।

उत्तर: उत्तर प्रदेश में ऊर्जा की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए नवीकरणीय और गैर-नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों के बीच संतुलन बनाए रखना आवश्यक है। राज्य की जनसंख्या वृद्धि, शहरीकरण, और औद्योगिकीकरण के कारण ऊर्जा की खपत में निरंतर वृद्धि हो रही है।

नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों की भूमिका:

  • पर्यावरणीय संरक्षण: उत्तर प्रदेश में 22.3 गीगावॉट (22,300 मेगावॉट) की संभावित सौर ऊर्जा क्षमता है, जिसका व्यापक उपयोग कार्बन उत्सर्जन में कमी और जलवायु परिवर्तन नियंत्रण में सहायक हो सकता है।
  • ऊर्जा आत्मनिर्भरता: राज्य सरकार ने 2026-27 तक 22,000 मेगावाट सौर ऊर्जा ....
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