आईएनएस विक्रांत
2 सितंबर,2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड में देश के पहले स्वदेशी विमान वाहक भारतीय नौसेना जहाज आईएनएस विक्रांत को कमीशन किया।
- यह स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित पहला विमान वाहक पोत है। आईएनएस विक्रांत का निर्माण ‘कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड’ द्वारा किया गया है।
- आईएनएस विक्रांत की कुल विस्थापन क्षमता लगभग 43,000 है तथा यह वाहक या वाहक वर्गों (Carriers Or Carrier Classes) में विश्व का सातवां सबसे बड़ा पोत है।
- लगभग 262 मीटर लंबा और 62 मीटर चौड़ा आईएनएस विक्रांत भारत में बनने वाला सबसे बड़ा युद्धपोत है। इस जहाज में 18 फ्लोर, 14 डेक और 2,300 कंपार्टमेंट हैं; इसलिए इसे ‘फ्लोटिंग सिटी’ भी कहा जाता है।
- यह इतनी बिजली प्रोडड्ढूस कर सकता है, जिससे 500 घरों को रोशन किया जा सकता है।
- आईएनएस विक्रांत को भारतीय नौसेना में शामिल करने के साथ ही भारत के पास दो ऑपरेशनल एयरक्राफ्ट कैरियर हो गए हैं।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
- 1 वन लाइनर समसामयिकी
- 2 इंटीग्रेटेड ओजोन डिपलिशन मेट्रिक (IOD Metric)
- 3 आर्कटिक भेड़िया- ‘माया’
- 4 कॉफ़ी-रिंग इफ़ेक्ट
- 5 ‘मोबाइल एक्स-रे कंटेनर स्कैनिंग सिस्टम’
- 6 आईएनएस अजय सेवामुक्त
- 7 सी-डॉट एवं आईआईटी दिल्ली में समझौता
- 8 युद्धपोत ‘तारागिरी’ लॉन्च,
- 9 सौर ऊर्जा चालित हवाई वाहन-Qimingxing-50
- 10 इन्फ्रलेटेबल एरोडायनामिक डिसेलेरेटर
- 11 क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपिलोमावायरस वैक्सीन