अनुमोदनः 25 मार्च, 2015 को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा
उद्देश्यः आधुनिकीकरण, मशीनीकरण और कंप्यूटरीकरण के माध्यम से 7,516 किलोमीटर लंबी समुद्री तट रेखा के आस-पास बंदरगाहों के इर्द-गिर्द प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष विकास को बढ़ावा देना है।
प्रमुख बिन्दु
सागरमाला परियोजना केंद्र सरकार द्वारा प्रारंभ की गई योजना है, जो बंदरगाहों के आधुनिकीकरण से संबंधित है।
इस परियोजना की परिकल्पना सर्वप्रथम तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा 15 अगस्त, 2003 को प्रस्तुत की गई थी।
सागरमाला परियोजना का दृष्टिकोण आयात-निर्यात (EXIM) और घरेलू व्यापार हेतु न्यूनतम बुनियादी ढांचा निवेश के साथ रसद लागत को कम करना है।
सागरमाला परियोजना वर्ष 2025 तक भारत के व्यापार निर्यात को 110 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक बढ़ा सकती है, साथ ही लगभग 10 मिलियन नई नौकरियां (प्रत्यक्ष रोजगार में चार मिलियन) सृजन कर सकती है।