इसका आरम्भ 2015 में किया गया था। फ्परंपरागत कृषि विकास योजनाय् राष्ट्रीय सतत कृषि परियोजना (एनएमएसए) का एक विस्तारित घटक है।
परंपरागत कृषि विकास योजना के अंतर्गत सामूहिक एप्रोच और पीजीएस प्रमाणन द्वारा जैविक गांव अंगीकरण के द्वारा जैविक कृषि को प्रोत्साहित किया जाता है।