फरवरी, 2021 में विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) द्वारा वैश्विक जलवायु की स्थिति पर जारी रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2020 अब तक के 3 सबसे गर्म वर्षों में से एक होगा तथा 2011-2020 का दशक अब तक का सबसे गर्म दशक होगा।
प्रमुख बिन्दुः रिपोर्ट के अनुसार पूर्व औद्योगिक काल (वर्ष 1850-1900) के स्तर से जनवरी-अक्टूबर 2020 का वैश्विक औसत सतह तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस अधिक था। वहीं इस अवधि तक 2020 दूसरा सबसे अधिक गर्म वर्ष रिकॉर्ड किया गया है।
अगस्त और अक्टूबर माह में भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में ला-नीना की स्थितियां बनने के बावजूद 2020 में अधिक गर्मी रिकॉर्ड की गई। ला-नीना घटना अल-नीनो दक्षिणी दोलन (ENSO) घटना के मौसम और जलवायु का ठीक विपरीत प्रभाव डालती है। ला-नीना सामान्य तौर पर विश्व के विभिन्न भागों में शीतलन प्रभाव के लिए उत्तरदायी होती है।
वर्ष 2020 में लगभग 80% महासागरीय सतह में कम-से-कम एक बार समुद्री हीट वेव (Marine Heat Wave-MHW) का अनुभव किया गया है। हीट वेव वह स्थिति है जिसमें तापमान सामान्य से अधिक रहता है। इस दौरान समुद्र की सतह के औसत तापमान (300 फीट या अधिक की गहराई तक) में सामान्य से 5-7 डिग्री तक की वृद्धि हो जाती है।
समुद्री हीट वेव (MHW) की घटना वातावरण और महासागर के बीच स्थानीय रूप से निर्मित ऊष्मा प्रवाह के कारण या अल-नीनो दक्षिणी दोलन (ENSO) के कारण हो सकती है।