जलवायु प्रदर्शन सूचकांक

दिसम्बर, 2021 में जारी जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक-2021 में भारत को 10वां स्थान प्राप्त हुआ है। भारत लगातार दूसरे वर्ष शीर्ष 10 वें स्थान पर है। वर्ष 2019-20 में भारत को इस सूचकांक में 9वां स्थान प्राप्त हुआ था।

  • रिपोर्ट के अनुसार भारत को अक्षय ऊर्जा पर अधिक ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है, ताकि जलवायु परिवर्तन को कम करने तथा इससे निपटने की रणनीति के रूप में इसका उपयोग किया जा सके।
  • चीन जो ग्रीनहाउस गैसों का सबसे बड़ा उत्सर्जक है, इस रिपोर्ट में 33वें स्थान पर है जबकि सबसे बड़ा ऐतिहासिक प्रदूषक अमेरिका सूची में 61वें स्थान के साथ सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला देश है।

जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक

  • जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (Climate Change Performance Index-CCPI) को क्लाइमेट एक्शन नेटवर्क (CAN International) के साथ स्वयंसेवी संस्था जर्मनवॉच और न्यू क्लाइमेट इंस्टीट्यूट, जर्मनी द्वारा विकसित किया गया है।
  • उद्देश्यः अंतरराष्ट्रीय जलवायु रणनीति में पारदर्शिता को बढ़ावा देना तथा अलग-अलग देशों को जलवायु संरक्षण की दिशा में किये गए प्रयासों और प्रगति की तुलना करने में सक्षम बनाना।
  • मापदंडः यह सूचकांक चार श्रेणियों के अंतर्गत 14 संकेतकों के समग्र प्रदर्शन के आधार पर प्रकाशित किया जाता है।
    1. ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन (40%)
    2. नवीकरणीय ऊर्जा (20%)
    3. ऊर्जा का उपयोग (20%)
    4. जलवायु नीति (20%)