राष्ट्रीय खाध/ तेल-पाम ऑयल मिशन

प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में ताड़ के तेल (पाम ऑयल) के लिए एक नए मिशन की शुरूआत की मंजूरी प्रदान की गई। योजना में वर्ष 2025-26 तक पाम ऑयल का रकबा 6.5 लाख हेक्टेयर बढ़ाने और इस तरह अंततः 10 लाख हे- रकबे का लक्ष्य पूरा करने का प्रस्ताव है।

  • केंद्र प्रायोजित योजना में पूर्वोत्तर के क्षेत्रों तथा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के क्षेत्रों में विशेष ध्यान दिया जायेगा, जिसके तहत पहाड़ों पर सीढ़ीदार अर्धचंद्राकार में खेती, बायो-फेंसिंग और जमीन को खेती योग्य बनाने के साथ एकीकृत किसानी के लिए बंदोबस्त किए गए हैं।
  • उद्देश्यः खा/ तेलों के आयात को कम करना तथा देश में ही खा/ तेलों के उत्पादन में तेजी लाना है।
  • पाम ऑयल किसानों को अत्यधिक लाभ प्रदान करना, पूंजी निवेश बढ़ाना तथा रोजगार सृजन कर आयात पर निर्भरता कम कर किसानों की आय में वृद्धि करना शामिल है।
  • ज्ञात हो की भारत विश्व में वनस्पति तेल का सबसे बड़ा उपभोक्ता है। इसमें से पाम ऑयल का आयात उसके कुल वनस्पति तेल आयात का लगभग 55% है।