भारत-इंडोनेशिया : बाह्य अंतरिक्ष में सहयोग

6 फरवरी, 2019 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत और इंडोनेशिया के बीच फ्रेमवर्क समझौते को मंजूरी प्रदान की, जो शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए बाह्य अंतरिक्ष के अन्वेषण और उपयोग से सम्बंधित है। 30 मई, 2018 को जकार्ता में फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर किया गया था।

पृष्ठभूमि

भारत और इंडोनेशिया दो दशकों से अधिक समय तक अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग कर रहे हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने इंडोनेशिया के बियाक (Biak) में ग्राउंड स्टेशन स्थापित किया है, जो प्रक्षेपण यान और उपग्रह मिशनों को टीटीसी (Telemetry Tracking and Command-TTC) सहायता प्रदान करता है। यह इसरो और इंडोनेशियाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एरोनॉटिक्स एंड स्पेस (LAPAN) द्वारा 1997 और 2002 में हस्ताक्षरित समझौते के तहत किया गया है।

महत्व

यह फ्रेमवर्क समझौता विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर सहयोग को संभव बनाएगा; जैसे-अंतरिक्ष विज्ञान, बाहरी अंतरिक्ष की खोज, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का उपयोग, पृथ्वी की रिमोट सेंसिंग, एकीकृत बियाक टीटीसी स्टेशन का संचालन और रख-रखाव, भारतीय ग्राउंड स्टेशन की मेजबानी, लापान निर्मित उपग्रहों को लॉन्च करने में सहयोग, एक-दूसरे के ग्राउंड स्टेशनों के उपयोग आदि। इसके आलावा इंडोनेशिया में इसरो के टीटीसी स्टेशन और आईआरआईएमएस स्टेशन की स्थापना में मदद करेगा।