जीनोम इंडिया इनिशिएटिव : ह्यूमन जीनोम कैटलॉगिंग प्रोजेक्ट

भारत सरकार द्वारा पहली मानव जीनोम मैपिंग परियोजना को हाल ही में मंजूरी प्रदान की गई है। जीनोम मैपिंग शोधकर्ताओं को कैंसर जैसी बीमारियों के इलाज के लिए प्रभावी उपचार विकसित करने में मदद करेगा। जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) की योजना है कि लगभग 20,000 भारतीय जीनोम को पांच वर्षों में स्कैन किया जाए और कैंसर के नैदानिक परीक्षण का विकास किया जाए।

विशेषताएं

पहले चरण में देश की जैविक विविधता को समझने के लिए लगभग 10,000 भारतीयों के जीनोम का अनुक्रमण करना शामिल है।

जीनोम अनुक्रमण

  • जीनोम किसी कोशिका में डीएनए या ‘जीन के अनुक्रम’को कहा जाता है। अधिकांश डीएनए नाभिक में होते हैं और जटिल रूप से गुणसूत्र (chromosome) नामक संरचना में कुंडलित होते हैं। शेष डीएनए माइटोकॉन्ड्रिया में होते हैं, जिसे कोशिका का पॉवर हाउस कहा जाता है।
  • प्रत्येक मानव कोशिका में गुणसूत्रों की एक निश्चित जोड़ी होती है, जिनमें से प्रत्येक में तीन बिलियन बेस पेयर या चार अणुओं में से एक अणु होता है, जो सटीक तरीके से जोड़ा बनाते हैं।
  • बेस पेयर के क्रम और इन अनुक्रमों की अलग-अलग लंबाई ‘जीन’का गठन करती है। जीन अमीनो एसिड, प्रोटीन आदि के साथ वह सब कुछ निर्मित करते हैं, जो शरीर के कार्य करने के लिए आवश्यक है।
  • जब इन जीनों को बदल दिया जाता है या उत्परिवर्तित किया जाता है तो प्रोटीन कभी-कभी काम नहीं करता है, जिससे कैंसर जैसी बीमारी हो सकती है।
  • जीनोम अनुक्रमण का अर्थ है ‘किसी व्यक्ति में बेस पेयर के सटीक क्रम को समझना’।
  • अगले चरण में लगभग 10,000 रोगग्रस्त व्यक्तियों के जीनोम का अनुक्रमण किया जाएगा।
  • इन आंकड़ों की तुलना मशीन लर्निंग तकनीकों का उपयोग करके की जाएगी तथा ऐसे जीन की पहचान की जाएगी; जिससे कैंसर के जोखिम की भविष्यवाणी की जा सके। इसके द्वारा अनुवंशिक विसंगतियों से प्रभावित होने वाली अन्य बीमारियों की भी भविष्यवाणी की जा सकती है।
  • इस पहल में सीएसआईआर और डीबीटी सहित 22 संस्थान शामिल हैं।
  • उत्पन्न डेटा अन्य शोधकर्ताओं के लिए भी सुलभ होगा।

प्रभाव

प्रदूषण और जीवन शैली में बदलाव के कारण कैंसर अब सबसे प्रचलित गैर संचारी रोगों में से एक बन गया है। पर्यावरण के साथ सद्भाव में रहने की आदत विकसित करने के साथ इस डोमेन में वैज्ञानिक शोध की आवश्यकता है।

  • भारत चिकित्सा पर्यटन स्थल के रूप में उभर रहा है और कैंसर अनुसंधान देश में स्वास्थ्य से सम्बंधित बुनियादी ढांचे में निवेश-अवसरों को बढ़ाता है।