कॉफी बोर्ड ब्लॉकचैन आधारित मार्केटप्लेस एप्लिकेशन के विकास के लिए मेसर्स ईका प्लस के साथ सहयोग कर रहा है। ईका प्लस ने एप्लिकेशन को विकसित किया है। इस प्लेटफार्म पर भारत और विदेश के 15-20 कॉफी किसानों, निर्यातकों, रोस्टरों, आयातकों और खुदरा विक्रेताओं के समूह पहले से ही पंजीकृत हैं। फ्रांस और इथियोपिया के बाद यह विश्व के कुछ कॉफी ब्लॉकचैन प्रोसेसरों में से एक है।
पृष्ठभूमि
भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है, जहां कॉफी को छाया (shade) में उगाया जाता है, हाथ से चुना जाता है और सूर्य प्रकाश में सुखाया जाता है। भारत दुनिया में सबसे अच्छी कॉफी में से एक का उत्पादन करता है। यहां कॉफी का उत्पादन पश्चिमी और पूर्वी घाटों में राष्ट्रीय उद्यानों एवं वन्य जीव अभयारण्यों से सटे आदिवासी किसान जैसे छोटे उत्पादकों द्वारा किया जाता है। ये क्षेत्र विश्व के दो प्रमुख जैव विविधता वाले हॉट स्पॉट हैं। भारतीय कॉफी विश्व बाजार में अत्यधिक मूल्यवान है और प्रीमियम कॉफी के रूप में बेची जाती है। कॉफी से प्राप्त अंतिम रिटर्न में किसानों का हिस्सा बहुत कम है।
ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी
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कार्यप्रणाली
व्यापारिक लेनदेन करने के लिए कॉफी किसानों, व्यापारियों, कॉफी क्यूरर्स, निर्यातकों, रोस्टरों, आयातकों और खुदरा विक्रेताओं जैसे हितधारक प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण कराते हैं।
महत्व
भारतीय कॉफी के व्यापार के लिए ब्लॉकचैन आधारित ऐप का उद्देश्य भारतीय कॉफी के व्यापार में पारदर्शिता लाना है तथा बीन से लेकर कप तक भारतीय कॉफी की ट्रैसेबिलिटी को बनाए रखना है। इससे उपभोक्ता को वास्तविक भारतीय कॉफी का स्वाद मिल सकेगा और उत्पादक को उचित भुगतान किया जा सकेगा।